"safal hone ka sabse nischit tareeka hai,
samesa ek aur bar prayas karna"
---- A. ADISON
"safal hone ka sabse nischit tareeka hai,
samesa ek aur bar prayas karna"
---- A. ADISON
·
जो
हो गया उसे
सोचा नहीं करते;
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; होती है हासिल मंज़िल उन्हें; जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते। |
·
खुद
पर भरोसा करना
कोई परिंदो से
सीखे,
क्योंकि शाम को जब
वो घोंसलों में
जाते हैं
तो
उनकी चोंच में
कल के लिए
कोई दाना नहीं
होता।
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|
·
जब
टूटने लगे हौंसला तो
इतना याद रखना,
बिना मेहनत के कभी तख़्त-ओ-ताज हासिल नहीं होते; ढूंढ लेते हैं जुगनू अंधेरों में भी मंज़िल; क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते। |
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·
पसीने की
स्याही से जो लिखते हैं
अपने इरादों को;
उनके मुक़द्दर के
पन्ने कभी कोरे नहीं
होते।
|
..............................................
·
मुश्किलें केवल
बहतरीन लोगों के हिस्से में
ही आती हैं,
क्योंकि वो लोग ही
उसे बेहतरीन तरीके से
अंजाम देने की ताकत
रखते हैं।
|
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·
यह
ज़रूरी नहीं कि हर
लड़ाई जीती ही जाए;
ज़रूरी तो यह है
कि हर हार
से कुछ सीखा
जाए।
|
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·
ज़िन्दगी जीने
का मकसद खास
होना चाहिए;
और अपने आप
पर विश्वास होना
चाहिए;
जीवन में खुशियों की
कोई कमी नहीं
होती;
बस जीने का
अंदाज़ होना चाहिए।
|
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·
हर
दर्द की एक
पहचान होती है;
ख़ुशी चंद लम्हों की
मेहमान होती है;
वही बदलते हैं
रुख हवाओं का;
जिनके इरादों में जान होती
है।
|
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·
नदी
जब किनारा छोड़
देती है;
राह की चट्टानों को
भी तोड़ देती
है;
बात छोटी सी
भी अगर चुभ
जाये दिल में;
तो ज़िंदगी के
रास्ते और दिशा बदल
देती है।
|
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·
मंजिल पर
पहुँचना है तो राह
के काँटों से
मत घबराना,
क्योंकि काँटे ही तो बढ़ा देते हैं रफ़्तार क़दमों की। |
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·
आसमान में
न देखो अपने
सपनों को;
सपनों के लिए ज़मीन की जरूरत होती है; सब कुछ मिले ज़िन्दगी में तो जीने का क्या मज़ा; जीने के लिए एक कमी की जरूरत भी जरूरी होती है। ........................................................................ |
·
दुनियां का
हर शौं
|
क पाला
नहीं जाता;काँच के खिलौनों को
उछाला नहीं जाता;मेहनत करने से मुश्किलें हो
जाती हैं आसान;क्योंकि हर काम किस्मत पर
टाला नहीं
................................................... |
·
ज़िन्दगी से
जो लम्हा मिले
उसे चुरा लो;
ज़िन्दगी प्यार से अपनी सजा लो; जिंदगी यूँ ही गु |
· यह ज़माना क्या सतायेगा हमको;
इसको हम सताकर दिखलायेंगे;
यह ज़माना क्या झुकायेगा हमको;
इसको हम झुका कर दिखलायेंगे।
|
· दीपक तो अँधेरे में जला करते हैं;
फूल तो काँटो में खिला करते हैं;
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर;
हीरे अक्सर कोयले में ही मिला करते हैं।
|
· हर जलते दिये तले अँधेरा होता है;
हर रात के पीछे एक सवेरा होता है; लोग डर जाते हैं मुश्किलों को देख कर; पर हर मुश्किल के पीछे सफलता का सवेरा होता है। |
· मंजिल इंसान के हौंसले आज़माती है;
सपनों के परदे आँखों से हटाती है;
किसी भी बात से हिम्मत से ना हारना;
ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है।
|
· उम्मीदों की कश्ती को डुबोया नहीं करते;
मंज़िल हो अगर दूर तो रोया नहीं करते;
रखते हैं जो दिल में उम्मीद कुछ पाने की;
वो लोग जीवन में कुछ खोया नहीं करते।
|
· पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादों को,
उनके मुक़द्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते।
|
· क्यों तेरा सपना पूरा नहीं होता;
हिम्मत वालों का इरादा नहीं अधूरा होता;
जिस इंसान के होते हैं कर्म अच्छे;
उस के जीवन में कभी अँधेरा नहीं होता।
|
· कमजोर होते हैं वो लोग जो शिकवा किया करते हैं;
उगने वाले तो पत्थर का सीना चीर कर भी उगा करते हैं। |
· रहने दे आसमान ज़मीन की तलाश कर;
सब कुछ यहीं है, ना कहीं और तलाश कर;
हर आरजू पूरी हो तो जीने का क्या मज़ा;
जीने के लिए बस वजह की तलाश कर।
|
· ज़िन्दगी उसी को आजमाती है;
जो हर मोड़ पर चलना जानता है;
कुछ खोकर तो हर कोई मुस्कुराता है;
पर ज़िन्दगी उसी की है जो कुछ खोकर भी मुस्कुराना जानता है।
|
· एक कोशिश और कर, बैठ न तू हार कर;
तू है पुजारी कर्म का, थोड़ा तो इंतज़ार कर;
विश्वास को दृढ़ बना, संकल्प को कृत बना;
एक कोशिश और कर, बैठ न तू हार कर।
|
जर
जाएगी;
बस कभी खुद हँसो कभी रोते हुए को हँसा लो। |
·
वक़्त
से लड़कर जो
नसीब बदल दे;
इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे; कल होगा क्या, कभी ना यह सोचो; |
प्रेरणादायक
................................
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·
ज़िन्दगी उसी
को आजमाती है,
जो हर मोड़ पर चलना जानता है; कुछ खोकर तो हर कोई मुस्कुराता है, पर ज़िन्दगी उसी की है जो कुछ खोकर भी मुस्कुराना जानता है। |
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·
ना
कर आसमान की
हसरत, ज़मीन की
तलाश कर;
सब है यहीं कहीं और ना तू कुछ तलाश कर; पूरी हो हर आरज़ू तो क्या मज़ा है जीने का; अगर जीना है तो किसी हसीन वजह की तलाश कर। |
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·
बुझने लगी
हों आँखें तेरी,
चाहे थमने लगे
रफ़्तार;
उखड़ने लगी हों साँसे तेरी, दिल करता हो चित्कार; दोष विधाता को ना देना, बस मन में रखना तुम अपने आस; विजयी बनता है वही, जिसके पास हो आत्मविश्वास। |
ख्वाहिश ऐसी
करो कि आसमान तक
जा सको;
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दुआ ऐसी करो
कि ख़ुदा को
पा सको;
यूँ तो जीने के लिए पल बहुत कम हैं; जियो ऐसे कि हर पल में ज़िंदगी पा सको। |
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जो
हो गया उसे
सोचा नहीं करते;
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; हासिल उन्हे होती है मंज़िल; जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते। |
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निगाहों में
मंज़िल थी;
गिरे और गिर कर संभलते रहे; हवाओं ने बहुत कोशिश की; मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे। |
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दुनिया का
हर शौंक पाला
नहीं जाता;
कांच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता; मेहनत करने से हो जाती है हर मुश्किल आसान; क्योंकि हर काम तक़दीर पर टाला नहीं जाता। |
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मंज़िले इंसान के
हौंसले आज़माती हैं;
सपनों के परदे आँखों से हटाती हैं; तू हिम्मत मत हारना ऐ दोस्त; क्योंकि ठोकरें ही तू इंसान को चलना सिखाती हैं। |
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जो
सफर की शुरुआत करते
हैं;
वो मंज़िल को पार करते हैं; एक बार चलने का हौंसला रखो; मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं। |
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तूफ़ान में
कभी ताश का
घर बनता;
रोने से कभी बिगड़ा मुक़द्दर नहीं संवरता; दुनिया को जीतने का हौंसला रखो; एक बार हारने से कोई फ़क़ीर नहीं बनता; एक बार जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता। |
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.
तारों में
अकेला चाँद जगमगाता है;
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है; काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त; क्योंकि काँटों में ही तो एक गुलाब मुस्कुराता है। |
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हर
दर्द की पहचान होती
है;
ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है; वही बदलते हैं रुख हवाओं का; जिनके इरादों में जान होती हैं। |
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आ
छू ले आसमान को,
ज़मीन की तू
आस न कर;
हँसते हुए जी ले ये ज़िन्दगी, खुशियों की तू तलाश न कर; ग़मों को कर दे दूर तेरी किस्मत भी बदलेगी; सीख ले तू मुस्कुराना, हारने की तू परवाह न कर। |
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हर
दर्द की एक
पहचान होती है;
ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है; वही बदलते हैं रुख हवाओं का; जिनके इरादों में जान होती है। |
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अपने
ग़मों की तू
नुमाईश न कर;
अपने नसीब की यूँ आज़माईश न कर; जो तेरा है वो खुद तेरे दर पर चल कर आएगा; रोज़ उसे पाने की ख्वाहिश न कर। |
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काम
करो ऐसा कि
पहचान बन जाये;
हर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जायें; यह जिंदगी तो सब काट लेते हैं; जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाये। |
आँधियों को
ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की;
मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की; हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं, खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ; अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ। |
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निगाहों में
मंज़िल थी, गिरे और
गिर कर संभलते रहे;
कोशिश की हवाओं ने बहुत, मगर चिराग़ हिम्मत के आंधियों में भी जलते रहे। |
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सामने हो
मंज़िल तो रास्ते न
मोड़ना;
जो भी मन में हों वो सपने न तोडना; क़दम -क़दम पे मिलेगी मुश्किल आपको ; बस सितारे चुनने के लिए कभी ज़मीन मत छोड़ना। |
...........................
रख
हौंसला वो मंज़र भी
आएगा;
प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा; थक कर न बैठ मंज़िल के मुसाफिर; मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा। |
.......................
दो
अक्षर का शब्द है
'लक';
ढाई अक्षर का शब्द है 'भाग्य'; तीन अक्षर का शब्द है 'नसीब'; साढ़े तीन अक्षर का शब्द है 'किस्मत'; मगर ये चारों के चारों चार अक्षर के शब्द 'मेहनत' के सामने छोटे होते हैं। |
.....................
परिंदों को
नहीं दी जाती
तालीम उड़ानों की;
वो खुद ही तय करते हैं मंजिल आसमानों की; रखते हैं जो हौसला आसमानों को छूने का; उनको नहीं होती परवाह गिर जाने की। |
·
ख़्वाहिशों से
नहीं गिरते महज़
फूल झोली में,
कर्म की शाख
को हिलाना होगा;
न होगा कुछ कोसने से अंधेरें को, अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा। |
................................
·
ग़म
न कर ज़िंदगी बहुत
बड़ी है;
चाहत की महफ़िल तेरे लिए सजी है; बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख; तक़दीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है। |
...............................
·
रख
हौंसला मंज़र भी आएगा;
प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा; थक कर न बैठ ए मंज़िल के मुसाफिर; मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा। |
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·
एक
सफल व्यक्ति बनने
की कोशिश मत
करो, बल्कि मूल्यों पर
चलने वाले व्यक्ति बनो।
|
·
जो
हो गया उसे
सोचा नहीं करते;
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; होती है हासिल मंज़िल उन्हें; जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते। |
·
ख़्वाहिशों से
नहीं गिरते महज़
फूल झोली मे;
कर्म की शाख को हिलाना होगा; न होगा कुछ कोसने से अंधेरे को; अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा। |
·
न
संघर्ष न तकलीफ, तो
क्या मज़ा है
जीने में;
बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में। |
·
किस्मत में
लिखी हर मुश्किल टल
जाती है;
यदि हो बुलंद हौसले तो मंज़िल मिल ही जाती है; सिर उठा कर यदि आसमान को देखोगे बार-बार; तो गगन को छूने की प्रेरणा मिल ही जाती है। |
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·
आसानी से
कुछ न मिले
तो उदास मत
होना;
मिल जायेगा सब तो फिर कोशिश क्या करोगे; सपने सब हकीकत नहीं होते; अगर होंगे सब हक़ीक़त तो फिर कहाँ देखोगे। |
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·
जीत
की खातिर बस
जूनून चाहिए;
जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए; ये आसमां भी आयेगा ज़मीं पर; बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए। |